Thursday 16 May 2013

जग सूं न्यारी धरती हिन्दुस्थान री

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देव गावता गीत सुरग री मीत भौम भगवान री 
जग सूं न्यारी धरती हिन्दुस्थान री 
हाँ.......... हिन्दुस्थान री 
केसर क्यारां कशमीर री ऊँचा डूंगर सोवणा 
कळ कळ करती नदियाँ बहवै फूल घणा मन मोहणा 
हरै भरै मैदानां में है भरी बखारयां धान री 
चांदी सी चमकै धर राजस्थान री 
हाँ ..........हिन्दुस्थान री
जद दुनियां में मिनख जिनावर दोन्या में नहीं भेद हो 
अठै ज्ञान री ज्योत जगै ही घर घर बंचरयो बेद हो 
जग शिक्षा लीनी भारत सूं कला ज्ञान विज्ञानं री 
धरम धजा फहराई हिन्दुस्थान री 
हाँ ..........हिन्दुस्थान री
यूनानी भारत पर चढ़कर आया मुह की खायी ही 
डरती ज्यांसू दुनियां बै शक हूण पिछाण गंवाई ही 
दाल नहीं गळ पाई रण में अब भी पाकिस्तान री 
दुनियां जाणे ताकत हिन्दुस्थान री 
हाँ ..........हिन्दुस्थान री
आर्य समाजी बौद्ध जैन सिख शिव विष्णु पूजण हारा 
दीखण में न्यारा लागै पर हिन्दू मूळ एक धारा 
कोई नहीं अछूत सबाँ में मूरत है भगवान री 
सब री माटी ई भारत री खान री 
हाँ ..........हिन्दुस्थान री
सोनै री चिड़िया सो भारत माटी होग्यो फूट सूं 
संघ शक्ति भारत माँ री कर सकै रुखाली लूट सूं 
शाखा लागै हरिजन गिरिजन पुरजन और किसान री 
घर घर सूं आवै हुँकार जवान री 
हाँ ..........हिन्दुस्थान री