Sunday 20 October 2013

जग में गूंजैला भारत माता रा जय जयकारा रे


जय जयकारा रे--------जग में गूंजैला भारत माता रा जय जयकारा रे 

पो फाट्या पैल्यां घर घर म यज्ञ हवन री त्यारी है 
ऋषि मुनियाँ री कुटिया सूं धुन सामवेद री आ' री है 
जागै सारा रे----------- मिलनै न्हाय धोय नै धरम करम म लागै सारा रे 

गायां री पूजा होवैली नीरा चारा दूवणा 
टाबर माखन मिसरी जीमै घर घर झगड़ बिलोवाणा 
भरै भंडारा रे------------अन धन दूध दही घी सबरा बहवै सुखरी धारा रे 

हिमगिरी पर भगवो फ़हरलो माँ' रे माथै चंवर डुळै 
छ्याळी ल्याळी बैर भूल कर जग चरणां  रे मांय लुळै
हिन्दू सारा रे------------मिलनै कृण्वन्तो विश्वम्  आर्यम्  हित अलख जगार् या रे 

Saturday 12 October 2013

हिन्दू ----सोयो घणेरो अब तो जाग रे

                                   
इस गीत की धुन के लिए लिंकhttp://www.geetganga.org/hindu-soyao-ghanero-jag-re
हिन्दू ----सोयो घणेरो अब तो जाग रे, ओ हिन्दू ----सोयो घणेरो अब तो जाग रे
जाग रे जाग रे
थारी सुतोड़ा री-थारी सुतोड़ा री लोग उतारी पाग बावळा- सोयो घणेरो अब तो जाग रे

हिन्दू -----थारो देसड़लो जग सिरमौड़ हो, ओ हिन्दू -----थारो देसड़लो जग सिरमौड़  हो
बिद्या अन धन बल रो, बिद्या अन धन बल रो कदे नहीं हो ओड़ प्यारा
अब तो उड़ऱ्या है अठै काग रे
प्यारा----अब तो उड़ऱ्या है अठै काग रे प्यारा----अब तो उड़ऱ्या है अठै काग रे
काग रे का रे
थारी सुतोड़ा री-थारी सुतोड़ा री लोग उतारी पाग बावळा- सोयो घणेरो अब तो जाग रे

हिन्दू----- झेली ग़ुलामी बरसां सैंकड़ी, ओ हिन्दू----- झेली ग़ुलामी बरसां सैंकड़ी
सैंकड़ी सैंकड़ी
थारा मिन्दर टूट्या, थारा मिन्दर टूट्या लुटगा रै दरबार प्यारा
बैरयां उजाड़्यो थारो बाग़ रे
प्यारा----बैरयां उजाड़्यो थारो बाग़ रे, ओ प्यारा----बैरयां उजाड़्यो थारो बाग़ रे
बाग़ रे बाग़ रे
थारी सुतोड़ा री-थारी सुतोड़ा री लोग उतारी पाग बावळा- सोयो घणेरो अब तो जाग रे

हिन्दू  देस आजादी अब पायगो, ओ हिन्दू ---- देस आजादी अब पायगो
पायगो पायगो
तो भी हिन्दू हिंदी झेल रह्या अपमान प्यारा
दूध पीवै है काळा नाग रे
ओ प्यारा----- दूध पीवै है काळा नाग रे, ओ प्यारा-----दूध पीवै है काळा नाग रे
नाग रे नाग रे
थारी सुतोड़ा री-थारी सुतोड़ा री लोग उतारी पाग बावळा- सोयो घणेरो अब तो जाग रे

हिन्दू माँ री भुजावां नेतां काटदी, ओ हिन्दू---- माँ री भुजावां नेतां काटदी
काटदी काटदी
अब बै माथो काटण खातर बैठ्या त्यार प्यारा
भाई चारा रो गारया राग रे
प्यारा----भाई चारा रो गारया राग रे ओ प्यारा ---- भाई चारा रो गारया राग रे
राग रे राग रे
थारी सुतोड़ा री-थारी सुतोड़ा री लोग उतारी पाग बावळा- सोयो घणेरो अब तो जाग रे

हिन्दू फूट थारोड़ी थानै खायगी, ओ हिन्दू---- फूट थारोड़ी थानै खायगी
खायगी खायगी
ई नै जड़ा मूळ सूं खोद बगा द्यो दूर प्यारा
भाई चारा में अब तो लाग रे
ओ प्यारा---- भाई चारा में अब तो लाग रे ओ प्यारा----- भाई चारा में अब तो लाग रे
लाग रे लाग रे
थारी सुतोड़ा री-थारी सुतोड़ा री लोग उतारी पाग बावळा- सोयो घणेरो अब तो जाग रे
   

Friday 4 October 2013

ईण धरती रो म्हानै अभिमान हो

ईण धरती रो म्हानै अभिमान हो.............................
इस गीत के स्वर के लिए लिंक
http://www.geetganga.org/is-dharti-ro-myane

ईण धरती रो म्हानै अभिमान हो......................
इण पर वारां प्राण हो......................................
आ धरती हिन्दवाण री आ धरती हिन्दुस्थान री

उत्तर म पोहरै पर ऊभो पर्वतराज हिमाळो है
दिखण म रतनागर सागर इण रा चरण पखालै
इण धरती पर अवतरिया खुद सिरी भगवान हो
इण पर ...................................................................

काशमीर री केसर क्यारयां देव रमण नै तरसै है
गंग सिंध रै मैदानां सोने रो मे बरसै
अमरायाँ म आमां ओर खेतां म धान हो
इण पर ...................................................................

हळदी घाटी रण म मरदां पीथल भाला भळकाया
दुर्गा री तलवार चिमकी मीरां घूँघर घमकाया
जौहर री ज्वाला म पदमण कियो सिनान हो
इण पर ...................................................................

ललचाई आंख्यां सूं दुशमण इण पर चढ चढ़ जद दोड़िया
ई रा सिंह सपूत लाडला वांरा मूंडा मोड़िया
गाँव गाँव और गळी गळी मचियो घमसाण हो  
इण पर ...................................................................

आज भी आथूणी दुनियाँ मृग तृसणा म भटकै है
सांचै सुख नै छोड़ मिनख रो मन माया म अटकै है
आ ही धरती देवली दुनियाँ नै ज्ञान हो
इण पर ...................................................................