Friday 1 January 2016

दीन दुखी री सेवा सेवा राम री

बैठ्यो माळा फेर किती ही देर नहीं कोई काम री
दीन दुखी री सेवा सेवा राम री
हाँ सेवा राम री।

हरिजन गिरिजन पिछाड्या पीड़ित सब आपारां भाई है
हिन्दू सब परिवार एक है झूठी ल्होड़ बड़ाई है
सब री देह समान एक सो खून एक सी चामड़ी
सब नैं छाती चेप सीख द्यां काम री
हाँ सेवा राम री।

कैई भाई रह्या लैरनै आपां रा ही दोष सूं
हाथ पकड़ अब साथै लेवां मिल सब जोश खरोश सूं
आज बणै ओ फरज आपणो बात नहीं एहसान री
कोई लारै रहै बात अपमान री
हाँ सेवा राम री

खाण पान पहराण र धन्धा न्यारा बोली न्यारी है
पण सब गौ गंगा गीता गायत्री तणां पुजारी है
कोई नहीं अछूत सबां में मूरत है भगवान री
सब री माटी ई भारत री खान री
हाँ सेवा राम री

आनै भूल्या जणा मोकळा गया पराई गोद में
भारत माँ रो हेत भूलगा उभा आज विरोध में
आनैं गळै लगावां ज्योत जागावां मन में राम री
जद पलटैली काया हिन्दुस्थान री
हाँ सेवा राम री।