Sunday 21 January 2018

थोथा चणा बाजणा बेसी क्यूँ भी ना आणी जाणी

बण रया जग में तीस मारखां बांकी बड़ी अज़ब क्हाणी
थोथा चणा बाजणा बेसी क्यूँ भी ना आणी जाणी।।
निसरियो इस्लाम जगत में बढियो अत्याचारां सूं
कई तातै तेल तळीज्या कई तळीज्या आरा सूं
कितना ही पूजाघर तोड्या जुलम करयो हो नारियां पर
छोड्या कोनी छोटा टाबर मंड्या लेख दीवारां पर
अफ्रीका यूरोप एशिया सारां की आ ही कहाणी
कळा ज्ञान विज्ञान न भायो सबरी करी धूळ धाणी ।।1।।
ईसा का चेला दुनियां म च्यारूं कूंटां छाया है
करबा तो व्यापार गया पण छळ सूं राज जमाया है
भोळा भाळा दीन दुख्यां न ठग क्रिस्टाण बणाया है
सेवा कै मिस नेड़ै लाग्या पाछै चोड़ै आया है
मन म तो काळो है आँकै पण बोलै मीठी बाणी
आं री काळी करतूतां नै अब तो दुनियां पहचाणी ।।2।।
नर नारी भारत रा सीधा नहीं कपट री छाया है
दुनिया रा पीड़ित लोगों नै दुख में गळै लगाया है
कळा ज्ञान विज्ञान मिनख पण कन्नै बैठ सिखाया है
नहीं कदै सपनै म भी कीं पर हथियार उठाया है
आदर सभी पंथ पावै है परमेश्वर है हर प्राणी
सभी सुखी रह सभी निरोगा ऋषि मुनियां री है वाणी।।3।।

Monday 14 November 2016

चेत माणखा दिन आया


चेत माणखा दिन आया रणभेरी आज बजांवाला
उठो आज पसवाड़ो फेरो सूत्या ना'र जगावांला।
सम्हळ सम्हळ भारत भावी शुभ जलम भोम जस गावै है,
आज देसरी सीमा माथै दुश्मी रोळ मचावै,
सूँत पड़ो तालवारां रण में गीत जीत रा गावांला
जिण धरती रो अन खायो धरती रो करज चुकावांला ll1ll
आज देस रै मान सरै घरबार लुटै तो लुटबादे
जनम भौमरी जमीं सरै जे सीस कटै तो कटबादे
मोल घटैलो मुलकां रो जे आपां ही झुक ज्यावांला
सीस सदा ऊँचो भारत रो नीचो कयां झुकावांला ll 2 ll
जाग उठो सांवत सूरां अब लाज बचावण माता री
मार झपाटो दुसमण रै अब कूद पड़ो कर किलकारी
भाज्यां गाळ बंस नै लागै रण लड़ियां जस पावांला
दुसम्यां री सेना रै माथै बिजळी बण पड़ ज्यावांला ll 3 ll
खड़ड़  खड़ड़ बोलैलो खांडो झड़ड़ झड़ड़ झड़कावांला
दुशम्यां री छाती रै माथै दुनाल्यां भड़कावांला
आज मिल्यो सांचो मौको बैर् यां री टैंट दबावांला
मरग्या तो माँ की गोदी म रहग्या तो जस गावांला ll 4 ll
झणक उठै झण झण तालवारां एक बार तो फिर रण में
घणा दिनां सूं प्यासी धरती रगत सींचद्यो कण कण में
पथ बिसरायो आज वीर तो मौत बिना मर ज्यावांला
मोल करांला मिनखां रो काया रै कळंक लगावांला ll 5 ll

Friday 1 January 2016

दीन दुखी री सेवा सेवा राम री

बैठ्यो माळा फेर किती ही देर नहीं कोई काम री
दीन दुखी री सेवा सेवा राम री
हाँ सेवा राम री।

हरिजन गिरिजन पिछाड्या पीड़ित सब आपारां भाई है
हिन्दू सब परिवार एक है झूठी ल्होड़ बड़ाई है
सब री देह समान एक सो खून एक सी चामड़ी
सब नैं छाती चेप सीख द्यां काम री
हाँ सेवा राम री।

कैई भाई रह्या लैरनै आपां रा ही दोष सूं
हाथ पकड़ अब साथै लेवां मिल सब जोश खरोश सूं
आज बणै ओ फरज आपणो बात नहीं एहसान री
कोई लारै रहै बात अपमान री
हाँ सेवा राम री

खाण पान पहराण र धन्धा न्यारा बोली न्यारी है
पण सब गौ गंगा गीता गायत्री तणां पुजारी है
कोई नहीं अछूत सबां में मूरत है भगवान री
सब री माटी ई भारत री खान री
हाँ सेवा राम री

आनै भूल्या जणा मोकळा गया पराई गोद में
भारत माँ रो हेत भूलगा उभा आज विरोध में
आनैं गळै लगावां ज्योत जागावां मन में राम री
जद पलटैली काया हिन्दुस्थान री
हाँ सेवा राम री।

Sunday 8 November 2015

माता थारो रूप म्हानै प्यारो लागै ए

भारत माता का ऐसा अलौकिक वर्णन तो उसका साक्षात् हमें दर्शन करा रहा है:-

माता थारो रूप म्हानै प्यारो लागै ए

ऊंचो थारो भाल हिमालो उत्तर म नगराज
सूरज री किरणां ज्यूँ चमकै
धोळो हिमरो ताज म्हानै प्यारो लागै ए

गंगा जमुना सिंधु सुरसती नदियां री जळधार
माता थारै गळ म सोहै
जाणू नौलख हार म्हानै प्यारो लागै ए

हारिये खेतां री साड़ी सोहै माता फूलांदार
चमचम चमकै चाँदनी में
उजळी रेत किनार म्हानै प्यारो लागै ए

विंध्याचल री सोहै कणकति माता झालरदार
सातपुड़ा री सोहै कमर में
थारै तेज कटार म्हानै प्यारो लागै ए

लंका रै बाजोट धरया पग सागर रह्यो पखाळ
साँझ सवैरे करै आरती
ले सूरज रो थाळ म्हानै प्यारो लागै ए

थारै सुन्दर रूपरा दरशण पावै सब संसार
शीश झुका चरणां में माता
चावै निज उद्धार म्हानै प्यारो लागै ए

Sunday 28 June 2015

भारत म्हारो देस फूटरो बेस क धन धन भारती


भारत म्हारो देस फूटरो बेस क ध।न धन भारती
बोलो जय जयकार उतारो आरती हां उतारो आरती

सोना उगळै धरती अम्बर मोतीड़ा बरसावै रै
मुळकै सूरज चाँद गीत कोयलड़ी मीठा गावै रे
हिमगिरि योगीराज सीस पर ताज कि गैंग वारती
समदरिया री लहरां चरण पखारती
हां उतारो ...................................


कुण भूलैलो राणा नै चेतक नै हल्दीघाटी नै
वीर शिवा सो सूर कठै दुनियां पूजै इण माटी नै
रणचंडी रो मोड़ दुर्ग चित्तौड़ कि मौत भी हारती
जौहर री लपटां नै रोज निहारती
हां उतारो .................................

तिलक गोखले भगत बोस बापू झाँसी की महारानी
जौहर देख जवानां रो तूं बता कठै इतरो पानी
गीता रो उपदेश कर्म सन्देश कृष्ण सा सारथि
आज भरत री धरा विश्व ललकारती
हां उतारो ..................................

केशव माधव रो संघनाद जण जण रो हियो गुंजावै रे
आत्म त्याग और देसप्रेम रो सबनै पाठ पढ़ावै रे
भगवै ध्वज री आन देस री शान सदा सिंगारती
संगठना री शक्ति देस संवारती
हां उतारो आरती .........................

Thursday 15 January 2015

कलयुग मे कर् यो चमत्कार हो, सौ सौ नमस्कार हो

कलजुग मे कर् यो चमत्‍कार हो 
सौ सौ नमस्कार हो बलरामजी रा छावा ने 
रेवती रे जाया ने
अंग्रेजी शिक्षा सै हिन्दू हिन्दू पण ने भूल गयो
हिन्दू मुसलमान ईसाई मिलास्यां देस नयो
भारत हिन्दू राष्‍ट्र केशव की ललकार हो
सौ सौ नमस्कार...............................

हिन्दुआ रो एको करणो मेंढक तोलो जींवता
मिनख री औकात कांई कान पकड़या देवता
मैं करूंला केशव मन मे लीनी धार हो
सौ सौ नमस्कार हो...........................
बीज बण्यो खुद गळ्यो जणा ही संघरो बिड़लो बिकसायो
आज देशरो सारो हिन्दू ई री शरणा में आयो 

Sunday 20 October 2013

जग में गूंजैला भारत माता रा जय जयकारा रे


जय जयकारा रे--------जग में गूंजैला भारत माता रा जय जयकारा रे 

पो फाट्या पैल्यां घर घर म यज्ञ हवन री त्यारी है 
ऋषि मुनियाँ री कुटिया सूं धुन सामवेद री आ' री है 
जागै सारा रे----------- मिलनै न्हाय धोय नै धरम करम म लागै सारा रे 

गायां री पूजा होवैली नीरा चारा दूवणा 
टाबर माखन मिसरी जीमै घर घर झगड़ बिलोवाणा 
भरै भंडारा रे------------अन धन दूध दही घी सबरा बहवै सुखरी धारा रे 

हिमगिरी पर भगवो फ़हरलो माँ' रे माथै चंवर डुळै 
छ्याळी ल्याळी बैर भूल कर जग चरणां  रे मांय लुळै
हिन्दू सारा रे------------मिलनै कृण्वन्तो विश्वम्  आर्यम्  हित अलख जगार् या रे